विश्व चैम्पियनशिप के ट्रायल में करेंगी शिरकत नई दिल्ली। रियो ओलम्पिक में पदक के मुहाने पर पहुंचकर चूकने के बावजूद इतिहास रचने वाली जिम्नास्ट दीपा कर्माकर घुटने की चोट को मात देकर तीन साल बाद वापसी करने जा रही हैं। 2018 के जकार्ता एशियाई खेलों में आपरेशन के बाद उभर आई घुटने की चोट ने दीपा को पेशेवर जिम्नास्टिक से दूर कर दिया था। वह टोक्यो ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में भी नहीं उतरीं, लेकिन 28 साल की उम्र में दीपा एक बार फिर अपने को साबित .......
टोक्यो। भारत की अरुणा तंवर को बृहस्पतिवार को यहां टोक्यो पैरालम्पिक की महिला ताइक्वांडो के 44-49 किलोग्राम स्पर्धा के रेपेशाज दौर से हटने के लिये बाध्य होना पड़ा, क्योंकि वह शुरुआती बाउट के दौरान गंभीर रूप से चोटिल हो गयी थीं हालांकि इसके बावजूद वह क्वार्ट रफाइनल में खेली थीं। क्वार्टर फाइनल में उन्हें पेरू की चौथी वरीय एस्पिनोजा कारांजा के खिलाफ एकतरफा मुकाबले में 21-84 से हार झेलनी पड़ी थी। मुख्य ड्रॉ के क्वार्टर फाइनल में हारने वाल.......
निशानेबाजी-तैराकी और अन्य खेलों में मिली निराशा अमित कुमार सरोहा और धर्मबीर पदक से चूके टोक्यो। टोक्यो पैरालम्पिक में भारत के सुयश जाधव पुरुषों की 100 मीटर ब्रेस्ट स्ट्रोक स्पर्धा के फाइनल में डिस्क्वालीफाई हो गए हैं। इसके साथ ही उनसे पदक जीतने की उम्मीद टूट गई। इससे पहले टोक्यो पैरालम्पिक में 10 मीटर एयर राइफल मिक्स्ड टीम इवेंट में सिद्धार्थ बाबू, दीपक सैनी और अवनि लेखरा वाली भारतीय टीम फाइनल में क्वालीफाई करने से चूक गईं। .......
बारिश ने बिगाड़ा खेल, रजत पदक से करना पड़ा संतोष नई दिल्ली। रियो पैरालम्पिक के स्वर्ण पदक विजेता टी मरियप्पन यहां भी स्वर्ण पदक जीतने के दावेदार थे, लेकिन बरसात के चलते उनके भीग गए मोजों ने सारा काम खराब कर दिया। यह उनके गीले मोजे थे जिनके चलते मरियप्पन अपने खिताब की रक्षा नहीं कर सके। मरियप्पन खुलासा करते हैं कि वह आसानी से 1.90 मीटर की कूद लगा सकते थे। उनका यही लक्ष्य था, लेकिन गीले मोजों के चलते उन्होंने जोखिम नहीं लिया। मरियप्पन .......
कांस्य पदक मुकाबले से एक दिन पहले लग गई थी चोट नई दिल्ली। कांस्य पदक जीतने वाले शरद कुमार का स्पर्धा से एक दिन पहले घुटना मुड़ गया। वह दर्द से कराह रहे थे और यह भी उम्मीद नहीं थी कि वह मंगलवार को होने वाली ऊंची कूद के मुकाबले में खेल भी पाएंगे या नहीं। उन्होंने अपने पिता को फोन कर बताया कि वह चोटिल हो गए हैं और उनके खेलने की उम्मीद नहीं है। उनके पिता ने कहा कि हिम्मत नहीं हारो भागवत गीता का जाप करो सब ठीक हो जाएगा। शरद रात भर रोते रह.......
जीत के बाद बोले- यह पदक उन्हें और परिवार को समर्पित खेलपथ संवाद नई दिल्ली। टोक्यो पैरालम्पिक में भारत को आठवां पदक दिलाने वाले निशानेबाज सिंहराज अडाना ने पदक जीतने के बाद अपने तीनों कोचों की जमकर तारीफ की। उन्होंने अपने कोचेज को 'ब्रह्मा, विष्णु, महेश' बताया। कांस्य पदक जीतने के बाद उन्होंने कहा, 'मैं यह पदक अपने परिवार और कोचों को समर्पित करना चाहता हूं। मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि मेरे आसपास कई अच्छे लोग है.......
टोक्यो में कांस्य पदक जीतकर रचा इतिहास खेलपथ संवाद नई दिल्ली। टोक्यो पैरालम्पिक में भारत के सिंहराज अडाना ने पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा एसएच-1 के फाइनल में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया। उन्होंने यह पदक 216.8 अंकों के साथ अपनी झोली में डाला। उनकी इस ऐतिहासिक उपलब्धि के बाद हर कोई तारीफ कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें कांस्य पदक जीतने पर बधाई दी। हरियाणा के बहादुरगढ़ से ताल्लुक रखने वाले शूटर सिंहराज का .......
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा यह सरकार का उपहार है नयी दिल्ली। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने रविवार को ‘फिट इंडिया' कार्यक्रम की दूसरी वर्षगांठ के मौके पर व्यक्तिगत प्रशिक्षण-सह-फिटनेस मार्गदर्शन करने वाले ‘फिट इंडिया' मोबाइल एप को लॉन्च किया। ठाकुर ने कहा कि यह एप राष्ट्रीय खेल दिवस पर भारत के लोगों के लिए सरकार की ओर से एक उपहार है। राष्ट्रीय खेल दिवस हॉकी के दिग्गज मेजर ध्यानचंद की जयंती के रूप में मन.......
पैरालम्पिक में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं टोक्यो। भारत की अवनि लेखरा ने सोमवार को यहां टोक्यो पैरालम्पिक खेलों की निशानेबाजी प्रतियोगिता में महिलाओं के आर-2 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 में स्वर्ण पदक जीतकर भारतीय खेलों में नया इतिहास रचा। जयपुर की रहने वाली यह 19 वर्षीय निशानेबाज पैरालम्पिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गयी हैं। अवनि की रीढ़ की हड्डी में 2012 में कार दुर्घटना मे.......
तीरंदाजी व्यक्तिगत स्पर्धा में 15वें स्थान पर रहीं टोक्यो। टोक्यो पैरालम्पिक में भारत की तीरंदाज ज्योति बालियान ने महिलाओं की व्यक्तिगत कम्पाउंड ओपन रैंकिंग राउंड में निराश किया। वह इस स्पर्धा में 15वें स्थान पर रहीं उन्होंने इस दौरान 671 अंक हासिल किए। ज्योति इस स्पर्धा में शुरुआत से ही पीछे रहीं और उन्हें अपने प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिली। तीरंदाज ज्योति बालियान के निराशाजनक प्रदर्शन से भारतीय खेमे में मायूसी देखी गई।&nb.......